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प्रश्न 1. पदार्थ से आप क्या समझते हैं?
उत्तर: एक या एक से अधिक शुद्ध तत्वों या योगिकों से मिलकर बना मिश्रण पदार्थ कहलाता है।पदार्थ में द्रव्यमान होता है और आयतन होने के कारण ये स्थान घेरते हैं ।
प्रश्न 2. समांगी (homogeneous)और विषमांगी (heterogeneous)मिश्रणों में अंतर बताएँ।
उत्तर:
समांगी मिश्रण(homogeneous) | विषमांगी मिश्रण(heterogeneous) |
इसमें एक समान संघटन होता है। | इसमें एक समान संघटन नहीं होता है। |
इसके अवयवों के बीच कोई स्पष्ट पृथक्करण सीमाएं नहीं होती हैं। | इसके अव्यय के बीच स्पष्ट पृथक्करण सीमाएं होती है। |
इसके अवयवों की सरंचना , गुण , स्वरुप एकसमान होते हैं। | इसके अवयवों के भौतिक गुण एक दूसरे से भिन्न होते हैं। |
प्रश्न 1. उदाहरण के साथ समांगी और विषमांगी मिश्रण में विभेद कीजिए।
उत्तर:
समांगी मिश्रण(homogeneous) | विषमांगी मिश्रण (heterogeneous) |
इसमें एक समान संघटन होता है। | इसमें एक समान संघटन नहीं होता है। |
इसके अवयवों के बीच कोई स्पष्ट पृथक्करण सीमाएं नहीं होती हैं। | इसके अव्यय के बीच स्पष्ट पृथक्करण सीमाएं होती है। |
इसके अवयवों की सरंचना , गुण , स्वरुप एकसमान होते हैं। उदाहण - कॉपर सलफेट का जल में विलयन। |
इसके अवयवों के भौतिक गुण एक दूसरे से भिन्न होते हैं। उदाहण - तेल तथा जल का मिश्रण |
प्रश्न 2. विलयन(Solution), निलंबन (suspension)और कोलाइड(colloid) एक दूसरे से किस प्रकार भिन्न है?
2. विलयन के कणों का आकार एक नैनोमीटर से भी छोटा होता है, इसलिए इन्हें नग्न आंखों से नहीं देखा जा सकता।
3. इसके कण फिल्टर पेपर के पार निकल जाते हैं।
4 . इसे स्थिर रखने पर , विलेय के कण पृथक नहीं होते हैं।
उदाहरण - जल में चीनी, नमक का विलयन आदि।
निलंबन (suspension)
1. यह एक विषमांगी मिश्रण होता है।
2. इसके कणों का आकार मध्यम होता है जो नग्न आंखों से देखा जा सकता है।
3. इसके कण फिल्टर पेपर के पार नहीं निकल पाते हैं।
4 . इसे स्थिर रखने पर , विलेय के कण पृथक हो जाते हैं।
उदाहरण-मिट्टी जल, रेट जल आदि उदाहरण-कोहरा, जैली, दूध, रक्त आदि।
कोलाइड(colloid)
1. यह भी एक विषमांगी मिश्रण होता है।
2. इसके कणों का आकार विलियन के कणों से बड़ा परंतु निलंबन के कणों से छोटा होता है।
3 . इसके कण फिल्टर पेपर के पार निकल जाते हैं।
4 . इसे स्थिर रखने पर , विलेय के कण पृथक नहीं होते हैं।
उदाहरण-कोहरा, जैली, दूध, रक्त आदि।
प्रश्न 5. एक संतृप्त विलयन (saturated solution)बनाने के लिए 36g सोडियम क्लोराइड को 100g जल में 293K पर घोला जाता है। इस तापमान पर इसकी सान्द्रता प्राप्त करें।
उत्तर:
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(b) अमोनियम क्लोराइड को क्लोराइड तथा अमोनियम क्लोराइड के मिश्रण से पृथक्करण में।
(c) धातु के छोटे-छोटे टुकड़ों को कार के इंजनों से तेल में अलग करना।
(d) दही से मक्खन निकालने के लिए।
(e ) जल से तेल निकालने के लिए।
(f) चाय से चाय की नौकरी को अलग करने में।
(g) बॉल से आयरन की पिनों को अलग करने में।
(h) भूसे से जमीन के दानों को अलग करने में।
(i) पानी में तैरते हुए महीन मिट्टी के कण को पानी से अलग करने के लिए।
(j) पुष्पों के शिखर के विभिन्न रंगों से पृथक्करण करना।
उत्तर:
(a) वाष्पन या वाष्पीकरण विधि
प्रश्न 2. चाय तैयार करने के लिए क्या आप किन-किन चरणों का उपयोग करेंगे? विलयन(solution), विलायक(solvent), विलेय(solute), घुलना(dissolve) , घुलनशील(soluble), अघुलनशील(insoluble), घुलेय (filtrate) और अवशेष(residue) शब्दों का प्रयोग करें।
उत्तर : चाय बनाने के लिए हम निम्न चरणों का प्रयोग करेंगे:
1 एक पात्र में एक कप पानी (विलायक solvent) लेते हैं। इसे उबलने तक गर्म करते हैं।
2. इसमें चीनी विलेय (घुलनशील solute) डालेंगे जो कि पानी में घुल (घुलना ) जाती है । इससे जल और चीनी का विलयन(solution) प्राप्त होगा।
3 . अब इसमें चाय पत्ती (अधुलनशील insoluble) डालते हैं और इसे पुनः उबलने देते हैं ।
4 . इसमें दूध डालकर 5 मिनट तक उबलते हैं ।
5 . छलनी की सहायता से चाय छानते हैं , घुलेय (filtrate))के रूप में दूध, चीनी मिलाकर बना विलयन, पीने के लिए तैयार चाय है। तथा चाय-पट्टी अवशेष(residue)के रूप में शेष रह जाती है।
प्रश्न 3: प्रज्ञा ने तीन अलग-अलग पदार्थों की घुलनशीलताओं को विभिन्न तापमानों पर जाँचा तथा नीचे दिए गए आँकड़ों को प्राप्त किया। प्राप्त हुए परिणामों को 100 g जल में विलेय पदार्थ की मात्रा, जो संतृप्त विलयन बनाने हेतु पर्याप्त है, निम्नलिखित तालिका में दर्शाया गया है।
विलेय पदार्थ | तापमान K में | ||||
283K | 293K | 313K | 333K | 353K | |
पोटैशियम नाइट्रेट | 21g | 35g | 62g | 106g | 167g |
सोडियम क्लोराइड | 36g | 36g | 36g | 37g | 37g |
पोटैशियम क्लोराइड | 35g | 35g | 40g | 46g | 54g |
अमोनियम क्लोराइड | 24g | 37g | 41g | 55g | 66g |
(b) ठंडे विलयन में पोटैशियम क्लोराइड के शुद्ध क्रिस्टल दिखाई देंगे, क्योंकि ठंडा होने पर पोटैशियम क्लोराइड की घुलनशीलता कम हो जाएगी जिससे पोटेशियम क्लोराइड ठोस कणों के रूप में बदल जाएगा।
(c) दिए गए आँकणों के अनुसार 293 K पर प्रत्येक लवण की घुलनशीलता निम्नवत है -
सोडा जल, लकड़ी, बर्फ, वायु, मिट्टी, सिरका, छनी हुई चाय।
उत्तर : समांगी मिश्रण(homogeneous) : सोडा जल, बर्फ, वायु, सिरका, छन्नी हुई चाय।
विषमांगी मिश्रण (heterogeneous): लकड़ी, मिट्टी।
प्रश्न 6. आप किस प्रकार पुष्टि करेंगे कि दिया हुआ रंगहीन द्रव शुद्ध जल है?
उत्तर: शुद्ध जल का क्वथनांक 100 डिग्री सेल्सियस और हिमांक 0 डिग्री सेल्सियस है ,यदि दिया हुआ रंगहीन द्रव 100 डिग्री सेल्सियस पर उबलता है और 0 डिग्री सेल्सियस पर जम जाता है तो हम कह सकते हैं कि दिया गया रंगहीन द्रव ,शुद्ध जल है।
प्रश्न 8. निम्नलिखित मिश्रणों में से विलयन(solution ) की पहचान करें।
(a) मिट्टी (b) समुद्री जल (c) वायु(d) कोयला (e) सोडा जल
उत्तर: विलयन- समुद्री जल, वायु और सोडा जल।
उत्तर: (b) दूध तथा (d) स्टार्च विलयन, क्योंकि ये कोलाइड विलयन हैं।
उत्तर- (a) पौधों में वृद्धि (b) लोहे में जग लगना (c) खाना पकाना (d) भोजन का पाचन (e) मोमबत्ती का जलना।